शहडोल। शिकायतकर्ता, दिलीप कुमार शुक्ला, ग्राम अमिलिहा, तहसील पाली, जिला उमरिया के निवासी हैं और एक गरीब व्यक्ति हैं जो भवन निर्माण का छोटा-मोटा काम करके अपना गुजारा करते हैं।
उन्होंने सोहागपुर थाना में दिनांक 23 मई को आवेदन दे बताया कि रामबालक पटेल, वार्ड नं. 20, बरवाटर ए/48, विद्या कॉलोनी, पिनौरा, जिला उमरिया (आधार नं. 3154 5241 0738) ने उनसे पिपरिया, थाना सोहागपुर, जिला शहडोल में अपनी भूमि पर मकान बनवाने का अनुबंध किया था। यह अनुबंध 06 जुलाई 2022 को विधिवत स्टाम्प पर नोटरी करवाकर किया गया था। पूरे काम का भुगतान चेक के माध्यम से तय हुआ था।
दिलीप कुमार शुक्ला ने बताया कि उन्होंने काम शुरू कर दिया और रामबालक पटेल ने लेबर का भुगतान और हिसाब देने का वादा किया था। उन्होंने वर्ष 2024 में पूरा काम समय पर खत्म कर दिया, लेकिन रामबालक पटेल ने न तो लेबरों का पूरा भुगतान किया और न ही हिसाब के बाद उनका खुद का भुगतान किया। आज तक, रामबालक पटेल ने उन्हें ₹4,00,000/- (चार लाख रुपये) चेक के माध्यम से और ₹50,000/- (पचास हजार रुपये) नकद दिए हैं।
मकान के माप के अनुसार, कुल राशि ₹18,72,169.08/- (अठारह लाख बहत्तर हजार एक सौ उनहत्तर रुपये और आठ पैसे) बनती है। जब भी दिलीप कुमार शुक्ला ने पैसे मांगे, रामबालक पटेल ने “अभी देता हूं, कल देता हूं” कहकर टालमटोल की। पैसे न देने के लिए उन्होंने दिलीप कुमार शुक्ला से बिजली फिटिंग, पुट्टी कलर और टाइल्स जैसे बाकी काम भी नहीं करवाए, जिनका भुगतान रामबालक पटेल को अलग से करना था।
अनुबंध के अनुसार, बिजली, टाइल्स, पुट्टी, कलर, और प्लास्टर का काम पहले पक्ष (रामबालक पटेल) की सहमति से और उनकी देखरेख में किया जाना था, जिसका भुगतान अलग से देय था। गृहकार्य का माप होने पर प्रथम पक्ष को द्वितीय पक्ष को भुगतान करना था। अनुबंध के सभी आठ पृष्ठों पर लिखी गई बातों से दोनों पक्ष सहमत थे।
शिकायतकर्ता की मांग
दिलीप कुमार शुक्ला ने पुलिस से अनुरोध किया है कि वे रामबालक पटेल के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्यवाही करें क्योंकि उन्होंने एग्रीमेंट के बाद भी पूरा पैसा नहीं दिया है और मांगने पर उन्हें धमकी दी जा रही है और जान से मारने की बात कही जा रही है।
यह शिकायत स्पष्ट रूप से एक धोखाधड़ी और धमकी का मामला है जिसमें एक गरीब मजदूर को उसके काम का पूरा भुगतान नहीं किया गया है। वहीं शिकायतकर्ता की शिकायत पर पुलिस ने क्या किया कुछ पता नहीं…
Author: सुभाष गौतम
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